इम्तियाज अली की फिल्म ‘चमकीला’ का टीज़र हुआ रिलीज़, दिनदहाड़े एक लोकप्रिय कलाकार के कत्ल पर बनी फिल्म…
तमाशा, हाईवे, जब वी मेट जैसी सुपरहिट फिल्म के डायरेक्टर इम्तियाज अली की फ़िल्म “चमकीला” का टीजर कुछ ही समय पहले लॉन्च हुआ जिसके बाद से इंडस्ट्री की गलियों में फिर एक बार अमर सिंह चमकीला का नाम गूंज उठा जो शायद इतने सालों से कहीं खो गया था। सबसे पहले तो बता दें कि “चमकीला” फ़िल्म पंजाब के सबसे महान और बेहतरीन कलाकार अमर सिंह चमकीला के जीवन पर आधारित है। चमकीला पंजाब के लाइव स्टेज परफॉर्मर थे जो अपने गाने की वजह से हमेशा कॉनट्रोवर्सी से जुड़े रहते क्योंकि वो एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर, शराब, नशीली दवाओं का सेवन, टैबू बनाए विषयों को उन्होंने अपने गानों में इस्तेमाल किया गया ये सब कुछ लोगों के लिए लोकप्रिय था तो कुछ लोगो के लिए अप्रिय और उस समय ऐसे विषयों को उठाना तो कितनी बड़ी बात होगी।
8 मार्च का काला दिन..
27 साल के अमरजीत 8 मार्च 1988 को अपनी बीवी अमरजोत कौर के साथ मेहसमपुर, पंजाब परफॉर्मेंस के लिए जा रहे थे की दिन के करीब 2 बजे होंगे जब उनकी कार निकली और जैसे ही वो अपनी कार से बाहर निकले दोनों को गोलियों से भून दिया गया बाइक सवार एक गिरोह ने कई राउंड फायरिंग की वो भी बिना रुके और तब तक फायरिंग की जब तक वो मरे नहीं इस हादसे में अमरजोत और अमर सिंह के अलावा दो और लोग मारे गए थे और कुछ लोग घायल भी हुए पर इस केस में इतने सालों में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई।
पंजाब का एल्विस ” अमर सिंह चमकीला ” ..
अमर सिंह चमकीला का जन्म 1960 में लुधियाना के पिंड डुगरी में हुआ उनका असली नाम था धनी राम बचपन से ही चमकीला को सिंगिंग का काफी शौक था गरीबी होने से कोई सुविधाएं उन्हें नहीं मिली उल्टा एक कपड़े की मिल में वो काम करते और वहीं बैठ कर गाने भी लिखा करते। एक बार 18 साल की उम्र में चमकीला की मुलाकात हुई आइकॉनिक सिंगर सुरिंदर शिंदे से जिन्होंने चमकीला के हुनर की पहचान कर ली और एक साथ मिल कर काम किया फिर कुछ समय बाद इनके बैंड को एक महिला सिंगर की जरूरत थी और इन दोनों की तलाश अमरजोत पर खत्म हुई। साथ में सिंगिंग करते करते कब चमकीला और अमरजोत प्यार में पड़ गए पता ही नहीं चला और एक दिन दोनों ने शादी कर ली हालांकि दोनों ही पहले से शादीशुदा थे पर अमरजोत ने अपने कैरियर की वजह से अपने पति से तलाक ले लिया था।
चमकीला की लोकप्रियता कल, आज और कल….
चमकीला को उनके गाने “टकूए ते टकूआ” से लोकप्रियता हासिल हुई, उन्हें पंजाब का एल्विस कहा जाता था और इतना ही नहीं चमकीला का एक रिकॉर्ड बना की उन्होंने 365 दिनों में 366 लाइव शोज परफॉर्म किए बिना रुके। उनके गानों में एक स्वच्छंदता थी उनके विषय पंजाब के सच्चे मुद्दों पर होते थे जिसमें वो सीधे सीधे गाने के तरीके से लोगों को जागरूक कराते थे। ये माना जाता है की चमकीला को मारने के पीछे राजनीतिक चाल थी क्यूंकि उस समय खालिस्तान की मांग का विषय बहुत जोरो शोरो से चल रहा था और कहीं न कहीं चमकीला का विषय भी राजनीतिक पहलू पर था जिस वजह से कुछ लोगों को वो बेज्जती लगी और चमकीला की मृत्यु पूरी इंडस्ट्री के लिए शॉकिंग था। मरने से पहले चमकीला के 90 गाने रिलीज हो चुके थे और उनके पास 200 और गाने थे जिन्हे रिकॉर्ड करना बाकी था और आज भी उनके गाने काफी लोकप्रिय हैं।
फिल्म “चमकीला” इम्तियाज अली का बड़ा कदम है और किसी के जीवन पर फिल्म बनाना बेहद कठिन होता है उसके लिए लंबी रिसर्च करनी पड़ती है और इस फिल्म 2024 तक रिलीज होगी और इस फिल्म के लिए अभिनेता और सिंगर दिलजीत दोसांझ को अमर सिंह चमकीला के किरदार के लिए लिया गया है और परिणीति चोपड़ा को अमरजोत सिंह के किरदार के लिए और दोनों ही कलाकार अच्छे एक्टर्स हैं जो अपने किरदार के साथ न्याय जरूर करेंगे और पूरा भारत चमकीला को जानेगा।